21. अभिभावकों द्वारा बच्चों की कहानी के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए कौन-सी गतिविधियां की जा सकती हैं ?
बच्चों के साथ वार्तालाप।
कहानियों का चयन।
जोर से बोलकर पढ़ना।
गाने गाना।
22. अभिभावक व्यक्तिगत या सामूहिक रूप से प्रासंगिक उपयुक्त गतिविधियों को स्थापित करा सकते हैं, उचित प्रसंग क्या हो सकता हैं?
बच्चे का परिवेश (वातावरण) तथा अनुभव
आसपास का परिवेश व अनुभव।
बच्चे और गाँव का परिवेश ।
विद्यालय का परिवेश व अनुभव ।
23. बच्चों की शिक्षा के लिए अभिभावकों की अपेक्षाओं तथा उनके वास्तविक सहयोग के बीच खाई होने का मुख्य कारण क्या है?
शिक्षक अभिभावकों से कोई सुझाव नहीं लेना चाहते ।
बच्चे विद्यालय और घर के बीच भ्रमित रहते हैं।
अभिभावक इच्छुक नहीं होते।
अभिभावकों और शिक्षकों के बीच सार्थक सहभागिता का पर्याप्त उन्मुखीकरण नहीं है।
24. बुनियादी साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए अभिभावकों को बच्चों के साथ गाना चाहिए तथा ऐसा करते हुए उन्हें क्या पहचानने के लिए पोत्साहित करें?
गीत और कविता में तुकबंदी वाले शब्द ।
मुद्रित शब्द ।
एक कविता में पैराग्राफ की संख्या ।
पृष्ठों की संख्या ।
25. विद्यालय और परिवारों के बीच सहयोग के समर्थन करने का महत्वपूर्ण कारण क्या है?
बच्चों की उपस्थिति पर अभिभावकों द्वारा निगरानी रखना
विद्यालय में भ्रष्टाचार को रोकना।
इस तरह के सहयोग से बच्चों को विद्यालय और घर पर सीखने में सहयोग मिलना।
अभिभावकों की निगरानी की वजह से शिक्षक द्वारा अपना काम अधिक ध्यान से करना।
26. विद्यालय में एफएलएन संसाधन केंद्र का निर्माण अभिभावकों के लिए कैसे उपयोगी होगा?
बच्चों के शिक्षण में सहयोग के लिए आवश्यक सामग्री तथा पुस्तकों को विद्यालय से उधार लेना।
नियमित रूप से विद्यालय जाना तथा शिक्षकों से मुलाकात करना।
किताबों, पठन-पाठन सामग्री और संसाधनों में रुचि विकसित करना ।
विद्यालय के सतत संपर्क बनाये रखना।
27. अभिभावकों और समुदाय को बच्चों के सीखने के स्तर के बारे में जानकारी क्यों होनी चाहिए?
शिक्षकों के कार्य का समालोचनात्मक विश्लेषण के लिए।
विद्यालय के सहभागी बनने के लिए।
विद्यालय में स्वयंसेवक के रुप में सहयोग देने के लिए।
सीखने के प्रतिफलों को बेहतर सीखने के लिए।
28. पालक शिक्षक संघ की बैठकों में नियमित रूप से सम्मिलित होने से अभिभावकों को बच्चों की किस क्षेत्र में प्रगति के बारे में पता चलता है?
पर्यावरण अध्ययन।
बुनियादी साक्षरता।
सभी विकासात्मक क्षेत्रों में ।
बुनियादी संख्याज्ञान।
29. अभिभावकों के साथ निरंतर संवाद और संचार उन्हें किस ओर प्रेरित करने के लिए महत्वपूर्ण है?
विद्यालय की सांस्कृतिक गतिविधियों में अभिभावकों और परिवार की सहभागिता कराना।
विद्यालय के मेलों के आयोजन में अभिभावकों और परिवार की सहभागिता कराना ।
विद्यालय प्रबंधन समिति में अभिभावकों और परिवारों की सहभागिता कराना ।
एफएलएन गतिविधियों में अभिभावकों और परिवार को शामिल करना ।
30. विद्यालय और परिवारों के बीच मजबूत संबंध बनाने के लिए बहुत से तरीके हैं। इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए निम्न में सबसे अधिक क्या आवश्यक है ?
बच्चों के सीखने और विकास के सभी पहलुओं पर दोनों के बीच निंरतर संवाद हो ।
अभिभावकों को अच्छे व्यंजन शिक्षक-शिक्षिकाओं के साथ बांटे।
शिक्षक के साथ अच्छे संबंध होने पर अभिभावकों को पुरस्कार दें।
शिक्षक बच्चों की केवल अच्छी रिपोर्ट अभिभावकों को दें।
31. अभिभावकों को किस स्तर के सीखने के प्रतिफलों (LOs) के प्रति जागरूक होना चाहिए?
कक्षा 2 और 31
बाल वाटिका ।
बाल वाटिका और कक्षा ।
विभिन्न कक्षाओं के स्तर पर ।
32. स्थानीय रूप से उपलब्ध निःशुल्क सामग्री का कलात्मक गतिविधियों के साथ प्रयोग व प्रदर्शन करना किस प्रकार की गतिविधि हैं?
घूमने वाली गतिविधियां (Rotating Activities)
सृजनात्मक गतिविधि
सहभागिता वाली गतिविधि।
संलग्न रहने वाली गतिविधि।
33. अभिभावकों और समुदाय को अनुपयोगी तथा पुनर्नवीनीकरण सामग्री लाने के लिए कहने से किस में मदद मिलेगी?
अनुपयोगी सामग्री की उपयोगिता समझने के लिए
एफएलएन गतिविधियों से संबंधित बच्चों के लिए सुरक्षित खेल और खिलौनों का सृजन करने के लिए।
बच्चों के सीखने में सहयोग के लिये
एफएलएन गतिविधियों में बच्चों के सीखने को बढ़ावा देने के लिए।
34. बच्चों शिक्षा में अभिभावकों की संबद्धता की आवश्यकता का मुख्य कारण क्या है?
शिक्षकों और प्रशासन के बीच में संचार की कमी को दूर करने के लिए।
अपर्याप्त पठन कार्यक्रम की भरपाई करने के लिए।
बच्चों के विकास और सीखने में एक महत्वपूर्ण कड़ी बनने के लिए।
निम्न गुणवत्ता शिक्षण की कमी को दूर करने के लिए।
35. जब अभिभावक बच्चों के साथ मिलकर सस्ते (कम कीमत वाले) खिलौने बनाते हैं तो किस प्रकार के विकास में सहयोगी होते हैं?
सृजनात्मक विकास के साथ बच्चों में पारिवारिक लगाव भी महसूस होता है।
सृजनात्मक विकास के साथ बच्चों को स्थानिक तथा आकार अवधारणाओं पर अनुपात तथा पृष्ठभूमि की समझ मिलती है।
सृजनात्मक विकास के साथ बच्चों को माता-पिता से वार्तालाप का अवसर प्राप्त होता है।
सृजनात्मक विकास के साथ बच्चों को अभिभावकों के साथ गुणवत्ता युक्त समय बिताने का मौका मिलता है।
36. जब विद्यालयओं में मित्रवत् व्यवहार के साथ परिवार का सदस्यों का स्वागत होता है तो इनमें से कौन-सा काम करना आसान होता है।
सफल साझेदारी बनाना
बच्चों को काफ़ी ज़्यादा गृह कार्य देना ।
अभिभावकों के साथ एक मनोरंजक शाम की कार्य योजना बनाना।
विद्यालय में दान के लिए अभिभावकों का सहयोग लेना।
37. बुनियादी स्तर पर एफएलएन कौशल बढ़ाने के लिए अभिभावकों का सहयोग क्यों आवश्यक है?
क्योंकि बच्चे घर पर विद्यालय के अतिरिक्त सर्वाधिक समय व्यतीत करते हैं इसलिए घर से सहयोग अतिमहत्वपूर्ण हैं।
महत्त्वपूर्ण है। बच्चे छोटे होते हैं और अभिभावकों की बात मानते हैं ।
यदि बच्चे घर पर पढ़ते हैं तो शिक्षकों में भी आत्मविश्वास रहता है।
अभिभावक अपने बच्चों को पढ़ाने में संतुष्टि महसूस करते हैं।
38. अभिभावक और विद्यालय के बीच दोनों तरफ से संवाद कौशल की कमी का निम्नलिखित में से कौन-सा बड़ा कारण है?
महिला मंडलों की कम रुचि
अभिभावकों और समुदाय की कम रूचि होना ।
सरपंच की कम सक्रियता ।
सपोर्ट स्टाफ की कम रुचि व प्रतिक्रिया |
39. अभिभावक घर के विभिन्न हिस्सों को लेबल करके मुद्रित और संख्यात्मक वातावरण निर्मित कर सकते हैं? ये घर के कौन से हिस्से हो सकते हैं ?
कमरे, रसोई, टायलेट (शौचालय), शरीर के अंग, टिफिन बॉक्स ।
कमरे, रसोई, स्कूल बैग, टायलेट (शौचालय), दरवाज़े।
कमरे, रसोई, शरीर के अंग, स्कूल बैग
40. घर पर उत्तेजक ( stimulating) वातावरण के निर्माण के लिए क्या उपलब्ध कराना चाहिए?
जोड़-तोड़-मरोड़ की सामग्री के साथ कार्नर बनाकर ।
बच्चों का खेल तथा उनके द्वारा किये जा रहे कार्यों का नियमित अवलोकन करके।
पत्रिकाओं, कहानी की किताबों, खिलौनों, जोड़-तोड़ मरोड़ वाली सामग्री तथा पास्परिक बातचीत के माध्यम से।
सोच विकसित करने के लिए बहुत सारे खिलौने