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Thursday, January 9, 2025

NISHTHA FLN 3.0 COURSE-10: ENTIRE QUESTIONAIRRE निष्ठा FLN 3.0 कोर्स-10: UP_बुनियादी साक्षरता एवम् संख्याज्ञान हेतु विद्यालय नेतृत्व (निष्ठा FLN)

 

NISHTHA FLN 3.0 COURSE-10: ENTIRE QUESTIONAIRRE

निष्ठा FLN 3.0 कोर्स-10: UP_बुनियादी साक्षरता एवम् संख्याज्ञान हेतु विद्यालय नेतृत्व (निष्ठा FLN)

आकलन प्रश्नोत्तरी:-


1. 3-9 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों के साथ व्यवहार करते समय एक नेतृत्वकर्ता का सही रवैया क्या होना चाहिये?
उ. सकारात्मक और लचीली मानसिकता।

2. विद्यालय किस प्रकार विभिन्न परिवारों को बाल शिक्षा में शामिल नहीं कर सकते हैं?
उ. विद्यार्थियों को केवल गृहकार्य देकर।

3. निम्नलिखित में से कौन-सा बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान का विकासात्मक लक्ष्य नहीं है?
उ. बच्चों को प्रभावी पाठक बनाना।

4. बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के सन्दर्भ में विद्यालय विकास योजना हेतु इनमें से क्या आवश्यक है?
उ. 3-9 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों की विकास सम्बन्धी आवश्यकताओं की योजना बनाना।

5. शिक्षाशास्त्रीय नेतृत्व विशेषज्ञता का एक व्यापक क्षेत्र है जिसमें एक नेतृत्वकर्ता के पास _ _ _ _ _ _ _ _ _ होने की आवश्यकता होती है।
उ. 3-9 वर्ष की आयु के बच्चों के लिये उपयोगी शिक्षाशास्त्रों का गहन ज्ञान।

6. विज़न के सम्बन्ध में निम्नलिखित में से कौन सा कथन सत्य नहीं है?
उ. भविष्य दृष्टि की कोई निर्दिष्ट समय-सीमा नहीं होती है।

7. परिवर्तनकारी नेतृत्व के लिये इनमें से कौन-सा सही नहीं है?
उ. वित्तीय प्रबन्धन।

8. एक शिक्षाशास्त्रीय नेतृत्वकर्ता की भूमिका है _ _ _ _ _ _ _ _ _ ।
उ. बच्चों के लिये विभिन्न शैक्षणिक अभ्यासों पर शिक्षकों को प्रशिक्षित करना।

9. नेतृत्व के किस मॉडल में, बच्चों की सांस्कृतिक और भाषायी पृष्ठभूमि के आधार पर विद्यालयी प्रक्रियाओं को निर्मित करने की बात की जाती है?
उ. सन्दर्भ-विशिष्ट नेतृत्व।

10. शिक्षकों को नई जानकारी प्रस्तुत करनी चाहिए और इसे उन चीजों के साथ जोड़ना चाहिए, जिन्हें बच्चे _ _ _ _ _ _ _ _ _।
उ. पहले से ही जानते हैं।

11. एक बच्चा अपने बाएँ हाथ से लिखता है और इस तरह काम करने में सहज है, शिक्षक को चाहिये _ _ _ _ _ _ _ _ _ ।
उ. उसकी पसन्द को प्रोत्साहित करना।

12. बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान की अवधारणा _ _ _ _ _ _ _ _ _ बच्चों पर लागू होती है।
उ. 3-9 वर्ष आयु वर्ग के।

13. बुनियादी साक्षरता एवम् संख्या ज्ञान (F.L.N.) को सुदृढ़ करने हेतु विद्यालय नेतृत्व के लिये कौन-सा मॉडल उपयुक्त नहीं है?
उ. अकादमिक नेतृत्व।

14. इनमें से कौन सी अवधारणा विद्यालयों में बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान (F.L.N.) के नेतृत्व हेतु प्रासंगिक नहीं है?
उ. समुदाय और अभिभावक के साथ संवाद नहीं करना।

15. हितधारकों के साथ सहयोगात्मक प्रक्रिया _ _ _ _ _ _ _ _ _ प्रोत्साहित कर सकती है।
उ. विद्यार्थियों के सीखने के प्रतिफलों हेतु साझा जवाबदेही को।

16. एक नेतृत्वकर्ता का वह गुण, जो प्रारम्भिक स्तर पर सीखने के लिये उपयुक्त नहीं है?
उ. सत्तावादी होना।

17. 3-9 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के लिये इनमें से कौन-सा शिक्षाशास्त्र प्रासंगिक नहीं है?
उ. सुकरात संवाद।

18. एक नेतृत्वकर्ता 3-6 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों को _ _ _ _ _ _ _ _ _ के माध्यम से संलग्न कर सकता है।
उ. खेल आधारित शिक्षाशास्त्र।

19. विद्यालय नेतृत्व कर सकता है-
उ. बच्चों के बीच सुदृढ़ प्रारम्भिक अधिगम क्षमता का निर्माण।

20. इनमें से कौन विद्यालय-परिवार-समुदाय के बीच एक प्रकार की भागीदारी नहीं है?
उ. सहभागिता करना।

21. इनमें से कौन शिक्षाशास्त्रीय नेतृत्व ढाँचे का हिस्सा नहीं है?
उ. विज्ञान प्रयोगशालाओं में प्रयोगों का नेतृत्व करना।

22. इनमें से किसे एक "प्रवेश द्वार कौशल" के रूप में माना जा सकता है जो औपचारिक विद्यालयी शिक्षा प्रक्रियाओं में बच्चे के प्रवेश को चिन्हित करता है?
उ. प्रारंभिक साक्षरता और संख्या ज्ञान कौशल।

23. निम्नलिखित में से कौन 'लर्निंग एट होम' (घर पर सीखना) की भागीदारी के प्रकार में शामिल नहीं है?
उ. यदि अभिभावक निरक्षर हैं, तो उनके साथ भेदभाव करना।

24. 3-9 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के सीखने के आकलन हेतु उपयुक्त रणनीतियों में से एक होगी?
उ. विविध गतिविधियाँ करते हुये बच्चों का अवलोकन करना।

25. नेतृत्वकर्ता पूर्व-प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों के साथ प्रभावी सम्बन्ध कैसे बना सकता है?
उ. बच्चों की विकासात्मक आवश्यकताओं के बारे में शिक्षकों के साथ चर्चा करके और योजना बनाकर।

26. विद्यालय में प्रातःकाल आगमन समय को बनाए रखने के लिये पहली कक्षा के शिक्षक को कौन-सी रणनीति अपनानी चाहिए?
उ. बच्चों के लिये सामूहिक पठन जैसे नियमित आगमन कार्यों की शुरुआत करना, ताकि उन्हें समय पर आने के लिये प्रोत्साहित किया जा सके।

27. सहयोगात्मक नेतृत्व की विशेषताओं में से एक है-
उ. हितधारकों के बीच परस्पर विश्वास और सम्मान का निर्माण।

28. बच्चों की तर्क करने और दैनिक जीवन में सफल संख्यात्मक अवधारणाओं को प्रयोग करने की क्षमता को _ _ _ _ _ _ _ _ _ के भाग के रूप में माना जा सकता है।
उ. प्रारम्भिक संख्या ज्ञान।

29. शिक्षाशास्त्रीय नेतृत्वकर्ताओं को यह सुनिश्चित करना चाहिये कि सभी विद्यालयी प्रक्रियाओं में _ _ _ _ _ _ _ _ _ ।
उ. बच्चे केंद्र में रहें।

30. शिक्षाशास्त्रीय नेतृत्व सकारात्मक रूप से प्रभाव डालता है?
उ. बच्चों की सीखने की क्षमता पर।

31. निम्नलिखित में से कौन एक अनुकूलक नेतृत्वकर्ता की विशेषता नहीं है?
उ. लोगों को नहीं सुनना।

32. प्रभावी विद्यालय-अभिभावक के जुड़ाव में विश्वास करने वाले नेतृत्वकर्ताओं के यह कहने की अधिक सम्भावना है कि-
उ. सभी अभिभावक अपने बच्चों का समर्थन कर सकते हैं।

33. एक नेतृत्वकर्ता को 3-9 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के आकलन का आयोजन करना चाहिये?
उ. उनकी क्षमता, आवश्यकता और रुचियों का आकलन करने के लिये।

34. सहयोगात्मक नेतृत्व की विशेषताओं में से एक है-
उ. हितधारकों के बीच परस्पर विश्वास और सम्मान का निर्माण।

35. उस पद को चिन्हित करें, जिसे विद्यालय में बच्चे की प्रगति में सीखने के अंतराल (लर्निंग गैप) को लगातार बढ़ने के रूप में समझा जा सकता है-
उ. सीखने की क्षमता में संचयी कमी।

36. कक्षा-3, बच्चों के सीखने का एक महत्वपूर्ण चरण है, क्योंकि यह बदलाव का प्रतीक है-
उ. 'पढ़ने के लिये सीखना' से 'सीखने के लिये पढ़ना' में।

37. एक पाठ को सटीकता, गति, अभिव्यक्ति और समझ के साथ पढ़ने की क्षमता, जो बच्चों को पाठ से अर्थ निकालने के लिये सक्षम बनाना कहलाता है-
उ. धाराप्रवाह पढ़ना।

38. 'संचार' की भागीदारी के प्रकार में शामिल है-
उ. अभिभावक के साथ बच्चों के पोर्टफोलियो पर नियमित रूप से चर्चा करना।

39. बुनियादी साक्षरता एवम् संख्या ज्ञान के सन्दर्भ में वयस्क और बच्चे के बीच क्या सम्बन्ध होना चाहिये? 
उ. भयमुक्त और आनन्दपूर्ण।

40. विद्यालय विकास योजना एक विद्यालय आधारित गतिविधि है, जिसे नेतृत्वकर्ता द्वारा _ _ _ _ _ _ _ _ _ कार्यान्वित किया जाता है।
उ. विद्यार्थियों, शिक्षकों, अभिभावक, समुदाय एवम् विद्यालय प्रबन्ध समिति (S.M.C.) सदस्यों के साथ सहयोगात्मक रूप से।

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