Pages

Monday, May 31, 2021

Holiday Homework ( Summer Vacation ) Class 4 Hindi - ग्रीष्मावकाश गृहकार्य - कक्षा 4 हिंदी

 


केंद्रीय विद्यालय हाथरस

गृह कार्य ( ग्रीष्मकालीन अवकाश )

कक्षा - 4 हिंदी

2021-22

सूचना :

  • सभी प्रश्नों के उत्तर A4 प्रकार के कागज़ पर लिखें I
  • साफ़ और सुन्दर अक्षरों में लिखें I

बोधात्मक पठन

अनुच्छेद 1

नीचे दिए गए अनुच्छेद पढ़ो और पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखो I

हिमालय पर्वतों का राजा है । यह बहुत विशाल है । इसमें अनेक चोटियाँ हैं । माउंट एवरेस्ट इसकी सबसे ऊँची चोटी है । भारत के उत्तर में स्थित लगभग 2500 किमी लंबी यह पर्वत श्रुंखला एक सजग प्रहरी की भाँति दिखाई देती है ।

हिमालय का महत्त्व आदि काल से है । पुराणों में भी इसका वर्णन मिलता है । कहा जाता है कि देवाधिदेव महादेव हिमालय में कैलाश पर्वत पर निवास करते हैं । योगी यहाँ ध्यान लगाते रहे हैं । वे यहाँ की गुफाओं में निवास कर तपस्या करते रहे हैं । हिमाल के आँचल में बद्रीनाथकेदारनाथअमरनाथ आदि प्रसिद्ध तीर्थस्थल हैं । बहुत से लोग यहाँ के दर्शनीय स्थलों को देखने के लिए तथा पर्वतीय स्थलों पर पर्यटन के लिए आते हैं । यहाँ के अनेक स्थानों पर बर्फ पड़ती है अत: लोग यहाँ स्कीइंगआइस हॉकी जैसे खेलों का आनंद लेते हैं ।

1. हिमालय पर्वत की सबसे ऊँची चोटी का नाम क्या है ?

....................................................................................................................

2. हिमालय पर्वत श्रृंखला की लम्बाई कितनी है ?

....................................................................................................................

3. हिमालय के बारे में पुराणों में क्या वर्णन किया गया है ?

....................................................................................................................

4. अनुच्छेद में दिए गए तीर्थस्थलों का नाम लिखो I

....................................................................................................................

5. बड़ा शब्द का पर्यायवाची शब्द छाँट कर लिखो I

....................................................................................................................

अनुच्छेद 2

अब तो सुनील , दीपक और सुधीर का गुट मज़बूत होने लगा था I तीनों का ही कहना था कि गेंद दीपक की है और उसे ही मिलना चाहिए I

दिनेश तब तक चुप था I वास्तव में दिनेश का मन उस समय सबके साथ मिलकर उस गेंद से खेलने को कर रहा था I बोला , “अब चुप भी रहो झगड़ा बाद में कर लेंगे I अपने-अपने बल्ले ले आओ , पहले खेल लें I” पाँच मिनट के भीतर ही खेल आरम्भ हो गया I दिनेश बल्लेबाजी कर रहा था I अभी दो-चार बार ही खेला था कि वह चमकदार नई  गेंद एकदम ज़ोर से उछली और दरवाज़ा पार कर सड़क पर जाते हुए एक स्कूटर में बनी सामान रखने की जालीदार टोकरी में जा गिरी I

1. तीनों का कहना था कि गेंद दीपक की है I इस वाक्य में तीनों कौन-कौन है ?

....................................................................................................................

2. दिनेश का मन उस समय क्या करने को कर रहा था ?

....................................................................................................................

3. खेल शुरू होने के बाद बल्लेबाजी कौन कर रहा था ?

....................................................................................................................

4. खेलते समय गेंद के साथ क्या हुआ ?

....................................................................................................................

5. खाली जगह भरो I बल्ला : बल्लेबाजी  : : गेंद : ....................

पाठ्याधारित प्रश्नोत्तर

1. अभिनय के साथ कविता वाचन का अभ्यास करो I कविता – मन के भोले भाले बादल

2. बादल के बारे में चार वाक्य लिखो I

....................................................................................................................

....................................................................................................................

....................................................................................................................

....................................................................................................................

3. ख्वाजा सरा ने बीरबल के लिए कितने सवाल प्रस्तुत किए थे ? उनकी सूची बनाओ I

....................................................................................................................

....................................................................................................................

....................................................................................................................

....................................................................................................................

4. पाँच बेल और पाँच पौधों की सूची बनाओ I

बैल

पोधा

 

 


 


 

  

 

       

 

 

5. दीपक ने गेंद के ऊपर हक ज़ाहिर करने के लिए क्या किया उसकी सूची बनाओ I

....................................................................................................................

....................................................................................................................

....................................................................................................................

....................................................................................................................

6. बीरबल के बारे में तीन वाक्य लिखो I

क्रियात्मक लेखन

अनुच्छेद लेखन

1. नीचे दिए गए विषयों पर पाँच पाँच वाक्यों का अनुच्छेद लिखो I

  • बाढ़
  • क्रिकेट

चित्र रचना

1. नीचे दिए गए चित्र के बारे में एक अनुच्छेद लिखो



संकेत : पतंग , आसमान , खाना , झूला , नदी , मछली , मौज करना )

....................................................................................................................

....................................................................................................................

....................................................................................................................

....................................................................................................................

....................................................................................................................

नारा लेखन

कोरोना बीमारी के बारे में लोगों को जागृत करने के लिए पाँच नारा लिखिए I

पोस्टर प्रस्तुति

नीचे दिए गए विषय पर एक पोस्टर बनाओ I

“जंगल बचाओ”

व्याकरण

1. नीचे दिए गए मुहावरों को वाक्य में व्यवहार करो I

कलई खुलना : ...............................................................................................

नाक-भौंह सिकोड़ना .....................................................................................

तूती बोलना .....................................................................................................

छक्के छूटना ...................................................................................................

2. सही वाक्य बनाओ

रंग – रूप गेंदों होते के हैं अनेक I

....................................................................................................................

सभी एक के  की देखा लिए ने एक  पल दुसरे ओर I

....................................................................................................................

प्रश्न अकबर दूसरा किया ने I

....................................................................................................................

दरबारी कुछ से जलते बीरबल थे I

....................................................................................................................

3. विलोम शब्द लिखो

शब्द

विलोम शब्द

निंदा

 

चतुर

 

गहराई

 

गर्मी

 

नई

 

 

सुलेख

नीचे दिए गए अनुच्छेद को साफ़ और सुनदर अक्षरों में लिखो I

नदी

जीवन के शुरुआत से अंत तक नदियों का प्राणी जीवन पर उपकार रहे हैं। नदियाँ सदैव से ही मानव के लिए जीवन दायनी रही है। नदियाँ प्रकृति का अभिन्न हिस्सा हैनदियों से ही पृथ्वी पर जीवन संभव हैजीवन जीने के लिए सबसे महत्वपूर्ण स्रोत जल हैजो नदियों से ही प्राप्त होता है। 

नदियाँ अपने साथ बारिश का जल एकत्र करउसे भू-भाग में पहुँचाने का महत्वपूर्ण काम करती हैं। नदियाँ देश के विकास में बहुत साथ देतीं हैं फिर चाहे वह आर्थिक विकाससामाजिक विकास या फिर धार्मिक विकास ही क्यों न हो। नदी से एक नहीं अपितु कई लाभ होते हैं। नदियाँ धरती पर जीवन जीने के लिए एक आशीर्वाद हैं।

हवा

पृथ्वी पर जीवन का मूल आधार सर्वप्रथम वायु को दिया जाता है जिसके द्वारा पेड़पौधेपशुपक्षीइन्सान तथा सभी जीवित प्राणी जीवन प्राप्त करते हैं । हवा से प्राप्त आक्सीजन के द्वारा ही इन्सान का जीवन सुचारू रूप से किर्याशील है अन्यथा एक मिनट के सिमित समय में आक्सीजन प्राप्त ना होने पर इन्सान मृत्यु को प्राप्त हो जाता है । इसलिए वायु के बगैर जीवन की कल्पना करना भी कठिन कार्य है । इन्सान के मस्तिक को भी आक्सीजन की पूर्ति ना होने पर वह कार्य करना बंद कर देता है तथा इन्सान कोमा के कारण बेहोश मरणासन्न अवस्था में जीवित रह जाता है । ऐसे कारण हवा की महत्वता को प्रमाणित करते हैं ।


Sunday, May 30, 2021

Plantation on World Environment Day - विश्व पर्यावरण दिवस पर पौधे/वृक्ष लगाएँ

 पर्यावरण शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है, परि और आवरण जिसमें परि का मतलब है हमारे आसपास या कह लें कि जो हमारे चारों ओर है। वहीं 'आवरण' का मतलब है जो हमें चारों ओर से घेरे हुए है। 

हर वर्ष 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मुख्य कारण है व्यक्ति को पर्यावरण के प्रति सचेत करने का। हम इंसानों और पर्यावरण के बीच बहुत गहरा संबंध है। प्रकृति के बिना हमारा जीवन संभव नहीं है। हमें प्रकृति के साथ तालमेल बिठाना ही होगा। विश्व में लगातार वातावरण दूषित होते जा रहा है, जिसका गहरा प्रभाव हमारे जीवन में पड़ रहा है।

पौधा लगाने की विधि

  1. पौधा गड्ढे में उतनी गहराई में लगाना चाहिए जितनी गहराई तक वह नर्सरी या गमले में या पोलीथीन की थैली में था। अधिक गहराई में लगाने से तने को हानि पहुँचती है और कम गहराई में लगाने से जड़े मिट्टी के बाहर जाती है, जिससे उनको क्षति पहुँचती है।

  2. पौधा लगाने के पूर्व उसकी अधिकांश पत्तियों को तोड़ देना चाहिए लेकिन ऊपरी भाग की चार-पांच पत्तियाँ लगी रहने देना चाहिए। पौधों में अधिक पत्तियाँ रहने से वाष्पोत्सर्जन (Transpiration) अधिक होता है अर्थात् पानी अधिक उड़ता है। पौधा उतने परिमाण में भूमि से पानी नहीं खींच पाता क्योंकि जड़े क्रियाशील नहीं हो पाती है। अतः पौधे के अन्दर जल की कमी हो जाती है और पौधा मर भी सकता है।

  3. पौधे का कलम किया हुआ स्थान अर्थात् मूलवृन्त और सांकुर डाली या मिलन बिन्दु (Graft Union) भूमि से ऊपर रहना चाहिए। इसके मिट्टी में दब जाने से वह स्थान सड़ने लग जाता है और पौधा मर सकता है।

  4. जोड़ की दिशा दक्षिण-पश्चिम दिशा की ओर रहना चाहिए। ऐसा करने से तेज हवा से जोड़ टूटता नहीं है।

  5. पौधा लगाने के पश्चात् उसके आस-पास की मिट्टी अच्छी तरह दबा देनी चाहिए, जिससे सिंचाई करने में पौधा टेढ़ा न हो पाए।

  6. पौधा लगाने के तुरन्त बाद ही सिंचाई करनी चाहिए।

  7. जहाँ तक सम्भव हो पौधे सायंकाल लगाये जाने चाहिए।

  8. यदि पौधे दूर के स्थान से लाए गये हैं तो उन्हें पहले गमले में रखकर एक सप्ताह के लिए छायादार स्थान में रख देना चाहिए। इससे पौधों के आवागमन में हुई क्षति पूरी हो जाती हैं। इसके पश्चात् उन्हें गढ्ढों में लगाना चाहिए। तुरन्त ही गढ्ढे में लगा देने से पौधों के मरने का भय रहता है।

पौधे जो भी लगाये जाएँ उनमें निम्नलिखित गुण होने चाहिए, यह अत्यन्त महत्वपूर्ण है:

  1. पौधे की उम्र कम से कम एक वर्ष होनी चाहिए। दो वर्ष से अधिक उम्र के पौधे भी नहीं लगाना चाहिए, उनके मरने का अधिक भय रहता है।

  2. पौधे यथासम्भव गूटी विधि से या कलिकायन या उपरोपण विधि से तैयार किये हुए होने चाहिए। ऐसे पौधे कलमी या ग्राफ्टेड (Grafted)पौधे कहलाते है। ऐसे पौधों में अपने पेतृक वृक्ष से कम से कम गुणों में विभिन्नता होती है। बीज से तैयार किए गये पौधे पैतृक गुणों को स्थिर नहीं रख पाते , पर फिर वह भी अच्छे होते हैं।

  3. पौधे अपने किस्मों के अनुसार सही होने चाहिए। अतः पौधे विश्वसनीय नर्सरी से ही मंगाए जाने चाहिए। ऐसी नर्सरी से पौधे नहीं लेना चाहिए जिससे मातृ वृक्ष (Mother Plants) न हो।

  4. किसी भी प्रकार के रोग से संक्रमित नहीं होने चाहिए।

  5. एक तने वाले सीधे, कम ऊँचाई वाले, फैले हुए उत्तम रहते है।

  6. पौधों का मिलन बिन्दु (Graft Union) अच्छी तरह जुड़ा होना चाहिए।

  7. कलिकायन या उपरोपण किए हुए पौधे में मिलन बिन्दु भूमि के कम से कम दूरी पर हो अर्थात् मूलवृन्त (Root Stock) का भाग या तना कम से कम लम्बाई का होना चाहिए।

  8. पौधा ओजस्वी (Vigrous) तेजी से बढ़ता हुआ हो।

  9. पौधा पोलीथीन या गमला में लगा हुआ हो। ऐसे पौधे लगाने पर कम मरते हैं।

  10. यदि पौधे नर्सरी से उखाडे़ गये हो तो उनकी जड़ों में पर्याप्त मिट्टी का पिण्ड होना चाहिए।